वक़्त की हर चाल समझते रहे और हम भी बाजी चलते रहे ,
कभी हम जीते तो कभी मात दे गया वो हमे.…
पर वो कभी न रुका और ना ही हारा,
जब हम जीते तो ख़ुशी बन ना रुका वो मेरे संग,
और जब हारे तब भी वो न रोया मेरे संग,
वो तो चलता रहा..  ग़ुजरता रहा..बेफिक्री का जामा ओढ़े,
और एक हम कि हर कदम उस वक़्त की दुहाई दे हसते और रोते रहते है…

Comments

Popular Posts